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मेरी रचनाएँ
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कविता... " मजदूर दिवस "
आज 1 मई है, मजदूर दिवस। इस अवसर पर प्रस्तुत है एक कविता जिसका शीर्षक है-- " मजदूर दिवस " मजदूर दिवस सामंतवादी सत्ता से संघर्ष का प्रतीक...

Kishori Raman
May 1, 20221 min read


कविता "हंगामा क्यों होता है ?"
"हंगामा क्यों होता है ?" आज गरीबों के लिए रोटी नही, घर नही है अस्पताल में कोई दवा नही, बिस्तर नही है यहाँ ऊँच-नीच और भेद भाव का...

Kishori Raman
Apr 16, 20221 min read


" रंगों में घोल दे "
आज आई है होली लिए खुशियों की झोली देखो रंगों के साथ आई लड़को की टोली कहीं हरे कहीं लाल रंगें हैं सबके गाल कहीं छूटती...

Kishori Raman
Mar 18, 20221 min read


कविता- " नया सबेरा हो "
" नया सबेरा हो " आओ मिलकर दुआ करें कल एक नया सबेरा हो न सूरज पे कोई पहरा हो न रौशनी कहीं ठहरा हो न जाति धर्म का बंधन हो न दुखियों का...

Kishori Raman
Feb 23, 20221 min read


कविता " कभी तो आयेगी "
" कभी तो आयेगी " वो सुबह कभी तो आयेगी जब चिड़ियाँ चह-चहायेगी फिजाओं में फूल खिलेंगे आँगन में धूप मुस्कुरायेगी तारों से सजी...

Kishori Raman
Feb 18, 20221 min read


कविता " नेकी करते जाना "
ज़िन्दगी में बस नेकी करते जाना क्योंकि नेकी करना अच्छा होता है क्या फर्क पड़ता है हमे इससे कि किसी को यह क्या दिखता है यहाँ जो...

Kishori Raman
Feb 8, 20221 min read


कविता- "कहीं तो कोई होगा"
"कहीं तो कोई होगा" कहीं तो कोई होगा जो मेरे लिये रोया होगा तकिये को उसने आँसुओ से भिंगोया होगा तन्हाई और उदास रातों को मुझे याद कर एक...

Kishori Raman
Jan 27, 20221 min read


कविता "यह कैसी आजादी है ?"
आज 26 जनवरी है और हमारा देश अपना 73 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस अवसर पर आप सबो को बधाई और शुभकामनाएं। देश को आजाद कराने और फिर इसे...

Kishori Raman
Jan 25, 20222 min read


उनको नमन करेंगे "
कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती पर एक कविता। " उनको नमन करेंगे " समाजवाद की जान थे वे शोषितों के सम्मान थे वे फटी धोती फटा कुर्ता सचमुच ...

Kishori Raman
Jan 24, 20221 min read


" क्यों उन्हें शिकायत है "
क्यों उन्हें शिकायत है ? अकेला ही मैं तो चलता रहा दुनिया का हर दर्द सहता रहा मंज़िल पर पहुँचा तो बोले वो निकम्मे हो कुछ किया ही नही फिर ...

Kishori Raman
Jan 16, 20221 min read


# नया सवेरा हो #
आओ आज हम सब प्यार का गीत गाते है ज़िन्दगी को जीने का नया फ़लसफ़ा सिखाते हैं बहुत खिलायें हैं लोगो ने यहाँ नफ़रतों के फूल आओ आज ...

Kishori Raman
Jan 1, 20221 min read


" स्वागत करें "
" विदा विगत वर्ष " " स्वागत नव वर्ष " सुख में गुजरे पलो की कसक हमे परेशान करती है तो वहीं दुख में बीते क्षणों का एहसास हमारे मन को दुखी...

Kishori Raman
Dec 31, 20211 min read


# प्यार का मरहम #
ये दुनिया तो सिर्फ आना जाना है नही किसी का स्थायी ठिकाना है जीलो अपनी जिन्दगी को जी भर यहाँ प्यार ही जीने का बहाना है आज भला कैसे ...

Kishori Raman
Dec 29, 20211 min read


# क्यों शरमाती हो ?#
अक्सर ही हम अपने बीते दिनों को बड़ी शिद्द्त से याद करते है। ज़िन्दगी के वो सुनहरे पल जो हमने रांची एग्रीकल्चरल कॉलेज में अपने दोस्तों के...

Kishori Raman
Dec 17, 20212 min read


कविता-दीपक जलाना चाहिए
रिश्ते चाहें जैसे भी हों, हमें उसे निभाना चाहिए आसुओं के सैलाब को दुनिया से छुपाना चाहिए क्या हुआ जो हमे कभी रोशनी मय्यसर न हुई...

Kishori Raman
Dec 15, 20211 min read


कविता - # धर्म की बात #
भाई तुम आज किस धर्म की बात कर रहे हो किसलिए औरो को मार कर खुद भी मर रहे हो क्या वह जो दीवारों पर सटे पोस्टरों पर लिखा है या वहजो खून...

Kishori Raman
Dec 12, 20211 min read


कविता - किसी अजनबी की तलाश
ताउम्र मुझे रही किसी अजनबी की तलाश चलते रहे दिल मे लिए उन्हें पाने की आस उनकी हँसी रही मेरे साथ उम्मीदें बन कर प्यार के ...

Kishori Raman
Dec 9, 20211 min read


# मरना मेरी हार नही है #
तेरे होठों को सहला दे ऐसे गीत कहाँ से लाऊ तेरे दर्दो को दुलराये वैसे मीत कहाँ से लाऊ बना मुसाफिर चलते जाना जीवनका सार यही है मैं...

Kishori Raman
Dec 7, 20211 min read


# आईना दिखलायेगा #
उनके झूठे वादों पर मुझे कभी ऐतवार न था मैं जानता था कि उन्हें मुझसे कभी प्यार न था पर नजाने क्यों आज भी उन्हें भुला नही पाता हूँ...

Kishori Raman
Dec 5, 20211 min read


कविता -- # एक सवाल ? #
ये दुनिया ये चमन तो हम सबका है ये धरती ये गगन तो हम सबका है देश के संशाधनों पर है सबका हक क्यो भूख से तड़पता एक ...

Kishori Raman
Dec 1, 20211 min read
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